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Department of Agriculture

Himachal Pradesh

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        किस्में

        आलू की अनुमोदित किस्में:

        किस्में
        विशेषताएँ
        कुफरी चंद्रमुखी
        • ● यह जल्दी तैयार होने वाली किस्म है और मैदानी क्षेत्रों से लेकर पर्वतीय क्षेत्रों तक उगाने के लिए उपयुक्त है।
        • ● यह किस्म 110-130 दिनों में तैयार हो जाती है।
        • ● इसके पौधे मध्यम लम्बाई के, शीघ्र बढ़ने वाले व फूल हल्के गुलाबी रंग के होते है। इसके कन्द बडे, अंडाकार, एक समान व उथली आंखो वाले होते हैं तथा गुद्दा मटमैला सफेद होता है।
        • ● इस किस्म के आलुओं के रंग-रूप में गिरावट बहुत धीरे होती है अतः इसे बीज के लिए दूर के क्षेत्रों में भेजने के लिए उपयुक्त माना गया है।
        • ● इसकी उपज ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में 90-100 क्विंटल / हैक्टेयर तथा शुष्क शीतोष्ण क्षेत्रों में 250 क्विंटल / हैक्टेयर के लगभग है।
        कुफरी ज्योति
        • ● यह मध्य मौसमी किस्म है जो 130-150 दिनों में तैयार हो जाती है।
        • ● इसके पौधे लम्बे, सीधे, शीघ्र बढ़ने वाले तथा मध्यम आकार के तथा फूल सफेद रंग के होते हैं।
        • ● इसके पौधे व कन्द पछेता झुलसा रोग के लिए थोड़े रोग प्रतिरोधी है। यह अधिक उपज देने वाली किस्म है जो मैदानी क्षेत्रों के लिए भी उपयुक्त है परंतु हिमाचल प्रदेश के लिए बहुत उपयुक्त किस्म है।
        • ● इसकी पैदावार 150-175 क्विंटल / हैक्टेयर है।
        • ● इस किस्म को तैयार होने के बाद खेत में नहीं रहने देना चाहिए अन्यथा कन्दों का आकार बड़ा हो जाता है तथा दरारें पड़ जाती हैं जो कि इस किस्म का अच्छा गुण नहीं है।