प्राथमिकता क्षेत्र
भविष्य के लिए हिमाचल प्रदेश में कृषि विकास हेतू महत्वपूर्ण क्षेत्रों की पहचान
- परम्परागत फसलों का वाणिज्यिक फसलों में विविधिकरण ।
- पॅालीहाऊस के माघ्यम से संरक्षित खेती ।
- फसल कटाई उपरान्त प्रबन्धन व कुशल विपणन प्रणाली।
- कृषि मशीनीकरण को बढ़ावा ।
- उत्पादन व उत्पादकता में वृद्धि ।
- मृदा परीक्षण व मृदा स्वास्थ्य कार्ड के माघ्यम से समन्वित तत्व प्रवन्धन ।
- जल संचयन व संरक्षण ।
- बीज विकास एवं संवर्धन ।
- मुख्य फसलो का बीमा ।
- प्राकृतिक खेती को बढ़ावा ।
- खाद्य प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन करना।
- कृषि के क्षेत्र में जैव – प्रौदयोगिकी के उपयोग ।
- सार्वजनिक व निजी साझेदारी के माध्यम से विस्तार सुधार।
- कृषि क्षेत्र में नई सम्भावनाएं जैसे हींग, केसर, दालचीनी, मौंक फ्रुट इत्यादि को बढावा देना।