धान (चावल)
परिचय :
हिमाचल प्रदेश में धान एक मुख्य अन्न की फसल है। कागंडा व मण्डी जिलों में जहां प्रदेश की लगभग 65 प्रतिशत धान की खेती होती है, वहां पर इसकी उपज बढ़ाने की काफी क्षमता है जिससे प्रदेश में धान के उत्पादन में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में धान की कम उपज के मुख्य कारण उर्वरकों का कम प्रयोग, खरपतवारों का अपर्याप्त नियंत्रण, खेतों में सिंचाई के पानी का कम तापमान, फसल में फूल आने के समय कम व्यापक तापमान, झुलसा रोग का अधिक प्रकोप व धान की खेती का वर्षा पर निर्भर होना है।
स्थानीय नाम : चौल
वैज्ञातनक नाम : ओराइजा सैटाइवा